बैडमिंटन पर निबंध – बैडमिंटन एक लोकप्रिय खेल है जिसे बच्चों से लेकर बड़े- बुजुर्ग तक खेलते हैं। इस खेल को खेलने के लिए दो लोग या चार लोगों की आवश्यकता पड़ती है। इस खेल के दौरान शटल के द्वारा सटल कॉर्क को एक-दूसरे की ओर फेकते हैं।
बैडमिंटन का खेल खेलने से पूरे शरीर की एक्सरसाइज हो जाती है जिससे शरीर स्वस्थ और फिट रहता है। आज के इस पोस्ट में हम आपके लिएबै डमिंटन पर निबंध लेकर आये हैं।
बैडमिंटन खेल के बारे में जानकारी
बैडमिंटन एक ऐसा अच्छा खेल है जिसे खेलने से बहुत आनंद आता है और उसके साथ शारीरिक और मानसिक एक्सरसाइज हो जाती है। बैडमिंटन खेल की सबसे अच्छी बात है यह है कि इसे खेलने के लिए ज्यादा लोगो की आवश्यकता नहीं पड़ती है। इस खेल को 2 लोग या 4 लोगो की टीम बनाकर खेल सकते हैं।
दोनों खिलाड़ियों के बीच में एक नेट लगा होता है। एक खिलाड़ी नेट के इस पार और दूसरा खिलाड़ी नेट के दूसरी तरफ खड़ा रहता है। दोनों खिलाड़ियों को बैडमिंटन रैकेट दिया जाता है। खिलाड़ी को शटलकॉक, नेट के ऊपर से मारना पड़ता है। अगर शटलकॉक, नेट से टकराती है तो सामने वाले खिलाड़ी को पॉइंट मिल जाता है। इसके अलावा शटलकॉक जिस खिलाड़ी के पाले में गिर जाती है सामने वाले खिलाड़ी को पॉइंट मिलता है।
जिस जगह पर बैडमिंटन खेल खेला जाता है उस जगह को बैडमिंटन कोर्ट कहते है। और यह कोर्ट 14 मीटर लंबा और 6 मीटर चौड़ा होता है। बैडमिंटन का खेल शुरू करने से पहले सिक्का उछालकर टॉस किया जाता है। जो खिलाड़ी टॉस जीतता है वह फैसला करता है कि वह कौन सा भाग चुनेगा यानी पहले पहले शटलकॉक को सर्व करना चाहेगा या रिसीव।
बैडमिंटन खेल में जो खिलाड़ी पहले शटलकॉक को अपने विपरीत खिलाड़ी की ओर मारता है , उसे सर्वर कहते है। और जो दूसरा खिलाड़ी शटलकॉक को रोकता है उसे रिसीवर कहा जाता है। इस खेल में शटलकॉक जितने बार भी नीचे गिरती है , उसके अनुसार ही हार जीत का फैसला किया जाता है।
बैडमिंटन हमारे देश में बहुत सालों से खेला जा रहा है। इस खेल की शुरुआत भारत में ब्रिटिश साशनकाल में ही थी। समय के साथ-साथ इस खेल की लोकप्रियता दिन प्रतिदिन बढ़ती गई और लोग खेलने गए। धीरे-धीरे यह खेल इतना प्रसिद्ध हो गया कि सन 1992 में इसे ओलंपिक खेल के अंतर्गत लाया गया।
हर वर्ष भारत में राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर बैडमिंटन का आयोजन किया जाता है। इसके अलावा जिला और राज्य स्तर पर बैडमिंटन खेला जाता है। बैडमिंटन खेल को सिर्फ पुरुष ही नहीं बल्कि महिलाएं भी खेलती है। जो खिलाडी इस प्रतियोगिता का विजेता होता है उसे मेडल दिया जाता है।
बैडमिंटन खेल को कम जगह पर भी आसानी से खेला जा सकता है। इसलिए इस खेल को हम परिवार के सदस्य, दोस्तों और हर गांव के लोगो के बीच आसानी से खेल सकते हैं। प्रकाश पादुकोण और पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन के मुख्य खिलाड़ी है जिन्होंने भारत और इंग्लैंड के बीच हुए प्रतियोगिता में जीत दिलाई थी। इसके अलावा इन्होने वर्ष 1980 से 2001 तक बैडमिंटन खेल को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने का सफर तय किया।
बैडमिंटन खेल के नियम
बैडमिंटन एक रोमांचक और दिलचस्प खेल होता है। इस खेल को ओलंपिक के साथ-साथ एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स के रूप में भी खेला जाता है। लेकिन खेल को खेलने के लिए कुछ ज़रूरी नियम होते है। तो चलिए जानते हैं कि बैडमिंटन खेल के नियम क्या क्या होते हैं –
- बैडमिंटन मैच का खेले शुरू करने से पहले एक सिक्का उछालकर टॉस किया जाता है।
- टॉस जीतने वाला व्यक्ति तय करता है कि कौन सा भाग चुनना है पहले सर्व करना चाहेगा या रिसीव।
- बैडमिंटन खेल का मैदान आयताकार क्षेत्र का होता है, जिसकी की लंबाई 44 फीट और चौड़ाई 17 फीट रखी जाती है।
- बैडमिंटन खेल आमतौर पर 2 खिलाड़ियों के बीच खेला जाता हैं।
- इन दोनों खिलाड़ियों के बीच में एक नेट होता हैं। और दोनों खिलाड़ी मैदान के दोनों छोर पर होते हैं।
- दोनों खिलाड़ियों को एक एक बैडमिंटन दे दिया जाता है।
- इन खिलाडियों को शटलकॉक, नेट के ऊपर से मारना पड़ता है।
- बैडमिंटन खेल में कुल 21 पॉइंट होते हैं। जिस खिलाड़ी के ज्यादा पॉइंट होते हैं उसी को जीत दे दी जाती है।
- बैडमिंटन खेलते समय शटलकॉक जिस खिलाड़ी के पाले में गिर जाती है तो तुरंत ही सामने वाले खिलाड़ी को पॉइंट मिल जाते है।
- जब खिलाड़ी शटलकॉक को हित करता है और वह नेट पर टकरा जाती है तो सामने वाले खिलाड़ी को पॉइंट मिल जाते है।
बैडमिंटन खेलने के फायदे
बैडमिंटन एक बेहतरीन खेल है जिसे खेलने के लिए अधिक स्थान की ज़रूरत नहीं होती है। और इस खेलो को बच्चों के साथ-साथ बड़े-बूढ़े भी आसानी से खेल सकते हैं। बैडमिंटन खेलने के कई सारे फायदे होते हैं-
- बैडमिंटन खेलने से हमारा शरीर स्वस्थ और ऊर्जावान रहता है।
- बैडमिंटन खेलने से हमारे शरीर में ब्लड सरकुलेशन अच्छी तरह से होता है।
- इस खेल को खेलने से हमारे मस्तिष्क की क्रियाकलाप भी अधिक तेज गति से होती है जिससे याददाश्त अच्छी होती है।
- इस खेल को खेलने से मोटापा दूर होता है।
- बैडमिंटन खेलने से मस्तिष्क में ऑक्सीजनयुक्त खून का प्रवाह तेज़ी से होता है जिससे मानसिक तनाव कम होता है।
- इसे खेलने से लिवर, किडनी और हृदय तक ऑक्सीजनयुक्त खून ब्लड सर्कुलेशन होता है जिससे सभी अंग स्वस्थ रहते हैं।
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