दीपावली पर निबंध – दीपावली हिंदुओं का सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। यह हर साल अक्टूबर या नवंबर के महीने में पड़ता है। दीपावली का त्यौहार भारत देश के साथ-साथ नेपाल, श्रीलंका, म्यांमार आदि देशों में बड़े -धूमधाम से मनाया जाता है।
दिवाली का त्यौहार सभी के मन को मोहित करता है इस दिन घरों, बाजारों दुकानों,और सड़कों में लोग सजावट करते हैं रंग-बिरंगी लाईटे किसी के मन को लुभा लेती हैं। इस दिन अमीर-गरीब, जाति-पाति का भेदभाव को भुलाकर एक-दूसरे को गले त्यौहार को मनाते है। मेहमानो को मिठाई और स्वादिष्ट व्यंजन खिलाएं जाते हैं। दीपावली के शुभ अवशर पर लोग अपने नौकर, कर्मचारी या अन्य लोगो को कुछ गिफ्ट देते हैं।
अक़्सर स्कूलों और कॉलेज में छात्रों से उनकी परीक्षा में दीपावली पर निबंध लिखने के लिए दिया जाता हैं। इसलिए आज के इस पोस्ट में हम आपको दीवाली पर निबंध की पूरी जानकारी देंगे।
दीपावली का अर्थ क्या है?
दीपावली को दिवाली (Diwali )भी कहा जाता है। दीपावली’ संस्कृत के दो शब्दों से मिलकर बना है दीप + आवली। जहाँ पर ‘दीप’ का अर्थ होता है ‘दीपक’ और ‘आवली’ का अर्थ होता है ‘श्रृंखला’, जिसका मतलब हुआ दीपों की श्रृंखला या दीपों की पंक्ति।
दीपावली के दिन भारत में अवकाश रहता है। दिवाली के शुभ अवसर पर लोग अपने-अपने घरों भगवान गणेश और माता लक्ष्मी जी की पूजा होती है। घरों-दुकानों और दफ्तरों में दीपक जलाते हैं,फुलझड़ी, पटाखे जकलाकर खुशियां मनाई मनाते हैं।
दिवाली क्यों मनाई जाती है?
दीपावली का त्यौहार मानाने की परंपरा भारत में प्राचीन काल से ही चली आ रही है। मान्यताओं के अनुसार इस दिन मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम 14 वर्षों का वनवास काटने के बाद अयोध्या लौटे थे। इस दिन अमावस्या की काली रात थी और चारों तरफ अंधेरा था। जिस वजह से लोगो ने दीपक दीपक जलाए थे और श्री राम चंद्र का भव्य स्वागत किया था। तब से लेकर आज तक दीवाली के त्योहार को और अंधेरे पर प्रकाश की जीत के रूप में मनाया जाता है।
दीपावली का त्यौहार 5 दिनों तक चलता है। जिसमे पहले दिन धनतेरस पड़ता है। इस दिन लोग बाजार से बर्तन, सोने और चांदी के आभूषण या अन्य समान जरूर खरीदते हैं। लोगों की मान्यताओं के अनुसार इस दिन खरीदारी करने से घर में लक्ष्मी आती है।
दीपावली का दूसरा दिन नरक चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भगवान् श्री कृष्ण ने अत्याचारी नरकासुर का वध किया था। इसी खुशी में लोग ने दीप जलाकर खुशियां मनाई थीं। आज भी लोग इस दिन छोटी दिवाली के रूप में मानते हैं और दीपक जलाते हैं।
तीसरा दिन दीवाली का मुख्य दिन होता है। इस दिन माता लक्ष्मी और भगवान गणेश जी की पूजा की जाती है ताकि घर में शांति और ऋद्धि- सिद्धिं बनी रहे। दीपावली के दिन सभी लोग अपने घरों में सजावट और रंग बिरंगी लाइटे लगते हैं। इस दिन पटाखे, फुलझड़ी, आदि जलाकर बड़े-धूमधाम से दीवाली मनाते हैं।
दीपावली का चौथा दिन गोवर्धन पूजा के रूप में मनाया जाता है। मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान कृष्ण ने इंद्र के क्रोध से हुई मूसलाधार वर्षा से लोगों को बचाने के लिए गोवर्धन पर्वत को अपने हाथ की सबसे छोटी ऊँगली पर उठाया था और इंद्र का घमंड चूर कर दिया था। इस दिन महिलाएं गोबर रखकर पारंपरिक पूजा करती है।
दीपावली का पाचवां दिन भाई दूज के रूप में मनाया जाता है। यह त्यौहार भाई-बहन के पवित्र रिश्ते पर आधारित है। इस दिन बहन के माथे पर तिलक लगाकर मिठाई खिलाती है और और बदले में भाई उनकी रक्षा का वचन देता हैं।
दीपावली का महत्व
दीपावली के त्यौहार का बहुत बड़ा महत्व है। यह त्यौहार हिंदू धर्म का सबसे बड़ा त्यौहार है। इसे भारत और दुनिया भर के कई देशों में मनाया जाता है।
आध्यात्मिक महत्व – दीपावली त्यौहार का आध्यात्मिक महत्व है। इतिहास में इस त्यौहार से जुडी कई कहानियाँ है। यह त्यौहार मुख्य रूप से बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है। जब श्री राम ने रावण का वध करके अयोध्या लौटे थे। तब अयोध्यावासियों ने उनके स्वागत के लिए दीपक जलाए थे। दीपावली के दिन माँ लक्ष्मी, भगवान् गणेश जी और कुबेर जी महाराज की पूजा की जाती है। यह त्यौहार पूजा पाठ से जुड़ा हुआ त्यौहार है जो हमें आध्यात्मिकता की ओर ले जाता है।
सामाजिक महत्व – दीपावली त्यौहारों का अपना एक सामाजिक महत्त्व होता है जो भाईचारा और सामाजिक सद्भवना बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। दीपावली का त्यौहार सभी धर्म के लोग मिल-जुलकर त्यौहार को मनाते है। इस दिन सभी अपने घरों में दीप जलाकर पूजा करते हैं। एक दूसरे को मिठाइयां बांटते हैं, गले मिलते हैं दीवाली की बधाइयाँ देते है।
आर्थिक महत्व – आर्थिक दृष्टिकोण से भी यह त्यौहार अपना महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। दीपावली के त्यौहार के अवशर पर लोग दीपक, उपहार, सोने-चांदी के आभूषण, बर्तन, राशन का सामान, कपड़े, मिठाइयां इत्यादि की खरीददारी करते हैं। बाजारों में दीपावली त्यौहार आने से कुछ दिन पहले से ही चहल-पहल और अधिक खरीदारी शुरू हो जाती है। जिसकी वजह से लोगों की आमदनी बढ़ जाती है।
दीपावली त्यौहार पर 10 लाइन
- दीपावली का त्यौहार हिंदुओं का पवित्र त्यौहार है।
- इस दिन भारत में सभी स्कूल और सरकारी कार्यालय बंद रहते हैं।
- यह त्यौहार हर साल कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है।
- इस दिन श्री राम अपना चौदह वर्ष का वनवास काटकर अयोध्या वापस लौटे थे।
- इस दिन माता लक्ष्मी और श्री गणेश भगवान का पूजन किया जाता है।
- दीपावली के दिन लोग अपने-अपने घरों में दीपक जलाते हैं।
- इस दिन लोग एक दूसरे को उपहार और मिठाइयों का भेंट देते है।
- दीपावली के दिन लोग पटाखे और फुलझाड़ियाँ जलाते है।
- दीपावली का त्यौहार पंच दिविसिय त्यौहार है इसकी कई सारी पौराणिक कथायें है।
- यह त्यौहार अंधकार पर प्रकाश की जीत का त्यौहार है।
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